Muslim Islamic Religion
Islamic information and Sunnah of our beloved prophet Salallaho Tala Alaihi Wasallam in hindi
Islamic information and Sunnah of our beloved prophet Salallaho Tala Alaihi Wasallam in hindi
क़यामत पुलसिरात कौसर क्या है मरने के बाद सबको जिन्दा किया जायेगा और अल्लाह ताआला की कचहरी में सबका हिसाब किताब होगा | अच्छे कामों पर सवाब और ईमान मिलेगा और बुरे कामों पर अजाब और सजा मिलेगी और उस जिंदगी के बाद फिर कभी मौत नहीं आएगी | उसको कयामत और आलमेआख़िरत कहते है | जब दुनियां के ख़त्म होने का वक्त आएगा तो हजरत इसराफील अल्हो सलाम सूर …
Read more »कुरआन की फ़ाज़िलत ( Quran ki fazilat in hindi )- बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम हजरत अनस रजी से रिवयात हैं के रसूलुल्लाह सलल्लाहो ताआला अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया के जब तूने अपने बिस्तकर पर पहलु रखा और सूरे फातिहा और सूरे इख्लास पढ़ी तो मौत के आलावा हर चीज से बेखौफ हो गया | और आयतल कुर्सी भी पड़े इस के पढ़ने वाले के लिए अल्लाह ताआला की जानि…
Read more »हज क्या है ? बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम जिस आदमी के पास जरूरत से ज्यादा इतना खर्च हो की सवारी पर औसत गुजरान से खता-पीता चला जाए और हज करके वापस आजाए उसके जिम्मे हज फर्ज हो जाता है | हज की बड़ी बुजुर्गी ब्यान की गई है चुनांचे हुजूर रसूलुल्लाह सलल्लाहो तआला अलेहो वसल्लम ने फ़रमाया है कि हज और उमरा दोनों गुनाहों को इस तरह दूर करते ह…
Read more »जुमे की नमाज बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम अल्लाह तआला को नमाज से ज्यादा कोई बात पसंद नहीं है और इसलिए किसी इबादत की इतनी सख्त ताकीद और फ़ज़ीलत शरीअते साबिका में नहीं आई | शरीअत ने सात दिन में एक दिन ऐसा तय किया है जिसमे अलग-अलग मुहल्लों और गावों के मुस्लमान आपस में जमा होकर इस इबादत को अदा करे और चूँकि जुमा सब दिनों में अफ़्ज़ल व अशर…
Read more »क़यामत कब आएगी (Qayamat kab aegi) - दोस्तों आज मे आपको रोज़े क़यामत यानिकि क़यामत का दीन कैसा होगा क़यामत कब आएगी क़यामत कैसे आएगी और फिर जब क़यामत आएगी तो उस वक्त मेरे और सभी लोगों के हालत कैसे होंगे | हमारे दिमाग़ मे क़यामत सुनकर सबसे पहला सवाल ये आता है की क़यामत का मतलब क्या है यानिकि क़यामत क्या है और क़यामत क्यों आएगी क़यामत अरबी जुबान का…
Read more »हजरते अली का मुख़्तसर तआरुफ़ बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम ख़लीफ़ए चहारुम , जा नशीने रसूल , जैजे बतूल हजरते सय्यिदुना अली बिन अबी तालिब करम अल्लाह तआला वजहूल करीम की कुन्यत अबुल हसन और अबू तुराब है|आप रदी अल्लाह तआला अन्हो शहंशाहे अबरार , मक्के मदीने के ताजदार सलल्लाहो तआला अलेहो वसल्लम के चाचा अबू तालिब के फ़रज़न्दे अरजुमंद है आमुल फ…
Read more »हजरत बीबी फातिमा का किस्सा - किसी शहर मे एक सुनार रहता था उस की औरत एक रोज पानी भरने कुएँ पर गई अचानक शौर उठा सुनार का लड़का कुमार आवीं मे गिर गया वो सुनारनी इस कदर रोइ की बेहोश हो गई गश की हालत मे उसने खाब देखा की एक बीबी नकाब पोश तशरीफ़ लाइ है फरमाती है ऐ औरत तू मन्नत मान ले के मेरा लड़का कुमार की आवीं से सही सलामत निकल आवे तो मे जना…
Read more »निकाह की अहमियत बिस्मिल्लाह रहमान निर्रहीम रसूलल्लाह सलल्लाहो तआला आलेहो वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया निकाह मेरी सुन्नत है जो मेरी सुन्नत से रगबत न रखे वो मुझ से नहीं है यानी मेरे तरीके पर नहीं है और फ़रमाया निकाह आधा ईमान है मतलब ये की निकाह से पहले आमाल की अहमियत शरीयत में आधी है और निकाह होने के बाद पूरी हे और फ़रमाया जिस ने औरत से माल…
Read more »सोने की सुन्नतें और आदाब बिस्मिल्लाह रहमान निर्रहीम जब सोने का इरादा करे तो पहले वुजू करे और दो रकअत सलातुतौबा की निय्यत से नफल नमाज पड़ कर अपने गुनाह की माफ़ी मांगे अगर बावुजू सोने के बाद मौत आगइ तो शहादत का मरतबा मिलेगा | तीन पर अपना बिस्तर झाड़ लें मस्जिद में हो तो हाथ फेर ले मस्जिद में मोटा कपड़ा बिछाकर सोये और एतेकाफ़ की निय्यत क…
Read more »माहे रमजान की पहली रात बिस्मिल्लाह रहमान निर्रहीम हजरते सय्यिदुना अब्दुल्लाह इब्ने अब्बास रदी अल्लाह तआला अन्हो से मरवी है की रहमते आलम , नूरे मुजस्सम सलल्लाहो तआला आलेहो वस्सलाम का फरमाने मुअज्जम है जब रमजान शरीफ की पहली तारीख आती है तो अर्शे अजीम के निचे से मसीरा नामी हवा चलती है जो जन्नत के दरख्तों के पत्तो को हिलती है | इस हव…
Read more »रोजे की जज़ा बिस्मिल्लाह रहमान निर्रहीम हजरते सय्यिदुना अबू हुरैरा रदी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है की सुल्ताने दो जहान , शहंशाहे कौनो मकान , रहमते आलमिय्यान सलल्लाहो तआला अल्हो वसल्लम फरमाते है आदमी के हर नेक काम का बदला दस से सात सो गुना तक दिया जाता है | अल्लाह तआला ने फ़रमाया सिवाए रोजे के की रोजा मेरे लिए है और इस की जजा में…
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