Muslim Islamic Religion
Islamic information and Sunnah of our beloved prophet Salallaho Tala Alaihi Wasallam in hindi
Islamic information and Sunnah of our beloved prophet Salallaho Tala Alaihi Wasallam in hindi
घर में मौत हो जाने का बयान - बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम जब आदमी की आखरी घड़ी हो और मालूम हो जाए की अब मौत करीब है तो उस आदमी को क़िब्ले की तरफ पाउ करके चित लिटा दे और सर के निचे एक तकिया रखे ताकि उसका मुह क़िब्ले की तरफ हो जाए अगर सर के निचे तकिया न रख सके तो सिरहाने की तरफ पलंग के पाये के निचे दो-दो ईंट रख दे उसके बाद उसके सामने…
Read more »इस्लाम क्या है ? बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम जगत में धर्म है उनके नाम किसी मुख्य व्यक्ति या मुख्य जाती के आधार पर रखे गए है जैसा की इसाई धर्म का नाम हजरत इसा के नाम पर रखा गया है और बौद्ध मत का नाम गौतम बुध के नाम के आधार पर रखा गया है जरतुश्त धर्म का नाम इस कारण प्रसिद्ध हुआ की उसकी नीव जरतुश्त ने राखी थी | इसी प्रकार यहूदियत …
Read more »खाना खाने की सुन्नतें और आदाब बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम खाने से पहले ये निय्यत करे के खाने से जो ताकत आएगी उसे अल्लाह तआला के अहकाम पूरा करने पर खर्च करूँगा और ये सोचे के खाने से पेट नहीं भरता बल्कि अल्लाह तआला भरते है सबसे पहले दोनों हाथ अच्छी तरह से धोए और कुल्ली करें दस्तरख्वान बिछा कर खाए और तीन तरीकों में से किसी एक तर…
Read more »वुज़ू का बयान बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम (1.) इबने अब्बासी रदी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है की वह एक रात अपनी खाला और नबी सलल्लाहो तआला अलैहो वसल्लम की बीवी हजरता मैमूना के घर में थे उन्होंने कहा में तो बिस्तर की चौड़ाई में लौटा जबकि रसूलुल्लाह सलल्लाहो अलैहि वसल्लम और उनकी बीवी उसकी लम्बाई में लौटे थे | फिर रसूलुल्लाह सलल्लाह…
Read more »कामियाबी ( सफलता ) बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम मोहतरम बुजुर्गो दोस्तों हर इन्सान कामियाब होना है और अल्लाह तआला भी चाहते है की मेरे बन्दे कामियाब हो जाएं इसलिए अल्लाह तआला ने दुनिया में कमोबेश सवा लाख नबियों को भेजा ताके बन्दों को कामियाब होने का रास्ता बतलाएं क्योंकि कायेनात को अल्लाह तआला ने बनाया और बानी हुई चीजों से कुछ बनत…
Read more »हुजूर सलल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम वाकिया - बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम अबू हुरैर रदी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है की एक बार रसूलल्लाह सलल्लाह अलेहो वसल्लम मजलिस में लोगो कुछ बयां कर रहे थे की एक देहाती आप के पास आया और कहने लगा क़यामत कब आएगी रसूलल्लाह सलल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम उसे कोई जवाब बगैर अपनी बातों में लगे रहे हाजरीन म…
Read more »हाफ आस्तीन में नमाज पड़ना बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम आधी आस्तीन वाला कुरता या कमीस पहन कर नमाज़ पड़ना मक्रूहे तन्जीही है जब की उस के पास दूसरे कपड़े मौजूद हो | हजरते सदरूश्शरीअह मुफ़्ती मुहम्मद अमजद अली आजमी अलैहि रहमतुल्लाहिल कवि फरमाते है जिस के पास कपड़े मौजूद हो और सिर्फ नीम आस्तीन ( आधी आस्तीन ) या बनियान पहन कर नमाज पड़ता है तो…
Read more »नमाज़ का तरीका बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम बा वुजू क़िब्ला रू खड़े हो की दोनों पावों के पंजों में चार उंगल का फ़ासिला रहे और दोनों हाथ कानों तक ले जाइये कि अंगूठे कान की लौ से छू जाए और उँगलियाँ न मिली हुई हो न खूब खुली बल्कि अपनी हालत पर रखें और हटेलियाँ क़िब्ले की तरफ हो नजर सज्दे की जगह हो | अब जो नमाज पड़ना है निय्यत यानी दिल मे…
Read more »50 की जगह पांच नमाजें कैसे हुई बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम हजरते सय्यिदुना असन रदी अल्लाह तआला अन्हो ने फ़रमाया शहंशाहे मदीना सलल्लाहो तआला अलेहो वसल्लम का फरमाने आलिशान है की अल्लाह तआला ने मेरी उम्मत पर पांच नमाजे फर्ज फ़रमाई थी जब में मूसा अलैहि सलावातु सलाम के पास लौट कर आया तो मूसा अलैहि सलावातु सलाम ने दरयाफ्त किया की अल्…
Read more »मौत का डर और आख़िरत की तैयारी दुनियां का धोका बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम अफसोस है उस पर जो दुनियां की नैरंगियां देखने के बा वुजूद भी इस के धोके में मुब्तला रहे और मौत से यक्सर गाफिल हो जाए | वाकेई जो दुनियावी जिंदगी में धोके में पड़ कर अपनी मौत और कब्रो हश्र को भूल जाए और अल्लाह तआला को राजी करने के लिए अमल न करे निहायत ही का…
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