दुरुद शरीफ की फ़ज़ीलत
बिस्मिल्लाह रहमान निर्रहीम
अल्लाह तआला के प्यारे हबीब हबीबे लबीब तबीबों के तबीब सलल्लाहो तआला अलैहो वसल्लम का फरमाने रहमत निशान है जो मुझ पर शबे जुमुआ और रोजे जुमुआ यानी जुमेरात के गुरुबे आफताब से लेकर जुमुआ का सूरज डूबने तक सो बार दुरुद शरीफ पड़े अल्लाह तआला उस की सो हाजतें पूरी फरमाएगा 70 आख़िरत की और 30 दुनिया की हर विर्द के अव्वल व आखिर एक बार दुरुद शरीफ पड़े अल्लाह तआला फायदा जाहिर न होने की सूरत में सिकवा करने के बजाय अपनी कोताहियों की सहमत तस्सवुर कीजिये अल्लाह तआला की हिकमत पर नजर रखिये |
1. हुवल्लाहुरहीम - जो हर नमाज के बाद सात बार पड़ लिया करेगा इन्शाहअल्लाह शैतान के सर से बचा रहेगा और उस का ईमान पर ख़ातिमा होगा |
2. याअल्लाहो - 100 बार सोते वक्त पड़ने से शयातीन की शरारत व फालिज और लकवे की आफत से हिफाज़त होगी |
3. यामालिकों - 90 बार जो गरीब व नादार रोजाना पड़ा करे इन्शाह अल्लाह ग़ुरबत से नजात पाएगा |
4. याकुदुसू - का जो कोई दौरान सफर विर्द करता रहे इन्शाह अल्लाह थकन से महफूज रहेगा |
5. यासलामो - 111 बार पड़ कर बीमार पर दम करने से इन्शाह अल्लाह शिफा हासिल होगी |
6. यामुह्यमीनु - 29 बार जो कोई गमजदा रोजाना पड़ ले इन्शाह अल्लाह उस का गम दूर हो नीज इन्शाह अल्लाह आफतों और बलाओं से भी महफूज रहे |
7. याआजिजु - 41 बार हाकिम या अफसर वगेरा के पास जाने से क़ब्ल पड़ लीजिये इन्शाह अल्लाह वो हाकिम या अफसर मेहरबान जाएगा |
8. यामुतकब्बिर - ज़ौजा से मिलाप से क़ब्ल 10 बार पड़ लेने वाला इन्शाह अल्लाह नेक बेटे का बाप बनेगा |
9. याकहारों - 100 बार अगर कोई मुसीबत आ जाए तो पढ़िए इन्शाह अल्लाह मुश्किल आसान होगी |
10. याफाताहो - 70 बार जो रोजाना बाद नमाजे फज्र दोनों हाथ सीने पर रख कर पड़ा करेगा इन्शाह अल्लाह उस के दिल का जंग व मैल दूर होगा |
11. यासामियू - 100 बार जो रोजाना पड़े और इस दौरान गुफ्त-गू ना करे और पड़ कर दुआ मांगे इन्शाह अल्लाह जो मांगेगा पाएगा |
12. याहाकिमो - 80 बार जो रोजाना पांचो नमाजो के बाद पड़ लिया करे इन्शाह अल्लाह किसी का मोहताज न हो |
13. याजालिलो - दस बार पड़ कर जो अपने मालो अस्बाब व रकम वगेरा पर दम कर दे इन्शाह अल्लाह चोरी से महफूज रहेगा |
14. यासाहिदु - 21 बार सुबह तलुए आफताब से पहले पहले ना फरमान बच्चे या बच्ची नेक बने |
15. यावकिलो - सात बार जो रोजाना अस्र के वक्त पड़ लिया करे इन्शाह अल्लाह आफतों से पनाह पाए |
16. याहामिदो - 90 बार जिस की गन्दी बातो की आदत न जाती हो वो पड़ कर किसी खाली प्याले या गिलास में दम कर दे हस्बे जरूरत उसी में पानी पिया करे इन्शाह अल्लाह फोहूश गोई यानि बेहयाई की बातों की आदत निकल जाएगी एक बार का दम किया हुआ गिलास बरसो तक चला सकते है |
17. यामुहसी - 1000 बार जो कोई हर शबे जुमुआ यानी जुमेरात व जुमुआ की दरमियानी शब पड़ लिया करे इन्शाह अल्लाह कब्र व क़ियामत के अजाब से महफूज हो |
18. यामुहयि - 7 बार पड़ कर अपने ऊपर दम कर लीजिये गैस हो या पेट या किसी भी जगह दर्द हो या किसी उज्व के जाइअ हो जाने का खौफ हो इन्शाह अल्लाह फायदा होगा ता हुसूले शिफा रोजाना कम ज कम एक बार |
19. यामुहयि यामुमितो - सात बार रोजाना पड़ कर अपने ऊपर दम कर लिया कीजिये इन्शाह अल्लाह जादू असर नहीं करेगा |
20. यावाजिदो - जो कोई खाना खाते वक्त हर निवाले पर पड़ा करेगा इन्शाह अल्लाह वो खाना उस के पेट में नूर होगा और बिमारी दूर होगी |
नाम - वसीम अल्वी
मेल - meraislam765@gmail.com
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